. एस.एस. गिल के अंतिम संस्कार के मौके पर नम आँखों से विदाई दी गई।
पंजाब
चंडीगढ़………..बाबा फऱीद मेडिकल यूनिवर्सिटी फॉर हैल्थ साइंसेज़ फरीदकोट के पूर्व वाइस चांसलर और हड्डियों के माहिर डॉ. एस.एस. गिल के अंतिम संस्कार के मौके पर नम आँखों से विदाई दी गई। डॉ. गिल जो 77 वर्षों के थे, आज मोहाली में संक्षिप्त बीमारी के उपरांत चल बसे।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने सैक्टर 25 शमशान घाट में अंतिम संस्कार के मौके पर परिवार के साथ दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि डॉ. गिल के चले जाने से मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र को बड़ी क्षति हुई है। वह जहाँ हड्डियों के माहिर डॉक्टर और कुशल प्रशासक थे, वहीं एक बढिय़ा और ज़मीन से जुड़े हुए मनुष्य थे। उन्होंने कहा कि बरनाला जिले के छोटे से गाँव दानगढ़ के पले-बढ़े डॉ. गिल ने अपनी विद्वत्ता और विनम्रता से बड़ी पहचान बनाई। वह पी.जी.आई. चंडीगढ़ में भी हड्डियों के रोगों के विभाग के प्रमुख रहे हैं।
मीत हेयर ने डॉ. गिल की पत्नी अमरजीत कौर, पुत्र नूर शेरगिल और बेटी अनुरीत कौर और भतीजी परनीत शेरगिल जोकि फतेहगढ़ साहिब के डिप्टी कमिश्नर के साथ हमदर्दी जाहिर करते हुए पंजाब सरकार की तरफ़ से दुख साझा किया। उन्होंने दिंवगत आत्मा की आत्मिक शान्ति और आगे परिवार को ईश्वरीय आदेश मानने का बल प्रदान करने की प्रार्थना की।
इस मौके पर मेडिकल शिक्षा, डॉक्टरी, सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में लोग, संस्थाओं के प्रमुख, साहित्यकार, पत्रकार और दानगढ़ गाँव के निवासी उपस्थित थे।