गुरुद्वारा देहरा खास मे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पूरे परिवार की शहीदी को श्रधांजलि स्वरुप पिछ्ले दस दिन से सिमरन का आयोजन
*गुरुद्वारा श्री गुरु हरि राय साहिब जी (सातवीं पातशाही) देहरा खास, टी एच डी सी कालोनी देहरादून मे साहिबजादो , माता गुजर कौर, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी व कई अन्य पंथक सिन्घो की शहीदी को मुख रखकर देहरा खास की संगतो द्वारा सिमरन किये गये, आज सिमरन का आखरी दिन था। उन सबकी शहादत को कोटि-कोटि प्रणाम कर श्रद्धांजली दी गई इसका पूरा आयोजन श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी के अपार सहयोग से कीया गया*
*इस अवसर पर विशेष दीवान का आयोजन सुबह 4:30 बजे से शुरु हुआ। सर्व प्रथम श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश हुआ, नितनेम व श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ हुआ उपरांत भाई रफल सिंह जी व भाई रोहित सिंह जी ,(हजूरी रागी जथ्था, गुरूद्वारा देहरा खास देहरादून ) द्वारा शबद* *”इन ही की कृपा से सजे हम है, नही मौ से गरीब करोर परे”* व *”सुरा सो पहचानीये जु लड़े दीन के हेत” का गायन किया*।
*इसके पश्चात बीबी सीमा कुकरेजा , बीबी पूजा खुराना, अमनप्रीत कौर, जसबीर कौर, बच्ची नवनीत कौर, निशी खुराना व प्रभलीन कौर द्वारा शबद गायन कर संगतौ को निहाल किया* ।
*आज सभी संगत की सुख शांति के लिये भी अरदास की गई*
*इस अवसर पर एच. एस. कालड़ा- प्रधान ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहीदी, माता गुजर कौर जी चार साहिबजादौ द्वारा दिये गये बलिदान के इतिहास के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह एक विशेष धर्म की रक्षा के लिये श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपना पूरा परिवार वार दिया और सरबंस दानी कहलाये।*
*गुरु गोविन्द सिंह जी के दो साहिबजादे जिनकी उम्र 17 व 15 वर्ष थी, चमकोर के युद्ध में शहीद हुए और दो साहिबज़ादे जिनकी आयु 7 वर्ष 5 वर्ष थी , सरहिंद में जिंदा दीवार में चिनवा दिए गए परंतु मुस्लिम धर्म कबूल नहीं किया कितने ही लालच दिए गए डराया गया परन्तु किसी के आगे साहिबजादे झुके नहीं*
*माता गुजर कौर जी की शहादत ठन्डे बुर्ज सरहिन्द मे हुई। पूरी दुनिया में ऐसी कोई मिसाल नहीं जिसमें किसी धर्म विशेष की रक्षा के लिए अपना पूरा परिवार बलिदान करा दिया हो। आज पूरा विश्व उनके शहादत को जँहा एक और याद कर रहा है साथ ही श्रद्धांजलि भी दे रहा है*
*दीवान की समाप्ति के उपरान्त गुरु का अतूट प्रसाद वितरित किया गया।*
*इस मौके पर कार्यकारणी के सभी सदस्य महासचिव- परवीन मल्होत्रा, परमजीत सिंह -उप प्रधान, अजीत सिंह कोषाध्यश, नरेश सिंह खालसा , विजय खुराना, कुलदीप सिंह आदि मौजुद थे l*
*कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए पूरे कार्यक्रम में सरकार की गाइड लाइन्स का सख्ती से पालन किया गया*