पार्टी नेतृत्व का कहना है कि नए चेहरों को भी मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि नए चेहरे कम से कम पार्टी में तो परिचित होने ही चाहिए। जबकि इन 16 उम्मीदवारों में से बहुतों को पार्टी के लोग ही नहीं जानते।

कुछ सीटों पर पार्टी के समर्पित और अनुभवी नेताओं की अनदेखी किए जाने का भी आरोप लग रहा है। मसलन, त्रिनगर से वरिष्ठ नेता चतर सिंह और जंगपुरा से दिनेश कुमार एडवोकेट।

दूसरी लिस्ट में जिन नेताओं को टिकट दी गई है, उन्हें लेकर पार्टी की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस ने बहुत सी सीटों पर आप और भाजपा दोनों को वाकओवर दे दिया है।

कांग्रेस अब तक जारी की गई दो लिस्ट में कुल 47 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। इससे पहले पार्टी ने 21 प्रत्याशियों के नाम का एलान किया था। अब 23 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होना रह गया है।

दूसरी लिस्ट में कांग्रेस ने जंगपुरा से आप उम्मीदवार पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुकाबले पूर्व मेयर फरहाद सूरी को टिकट दिया है। मालवीय नगर से जितेंद्र कुमार कोचर को उतारा गया है, कोचर इससे पहले नगर निगम के नेता सदन रह चुके हैं। दूसरी तरफ दिल्ली कैंट से आर्मी बैकग्राउंड के रिटायर्ड ब्रिगेडियर प्रदीप कुमार उपमन्यु को टिकट दिया गया है।

इनके अलावा कुछ ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जिन्हें आम आदमी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था, उन्हें कांग्रेस ने उन्हीं की सीट से टिकट देकर चुनाव में रोचक मुकाबले की स्थिति उत्पन्न कर दी है। महरौली से पूर्व मेयर सतबीर सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह को मैदान में उतारा है। इसके अलावा संगम विहार से पूर्व विधायक शीशपाल के बेटे हर्ष चौधरी पर भरोसा जताया है।

साथ ही कांग्रेस ने इस बार अपने तीन जिलाध्यक्षों गुरचरण सिंह राजू, राजेश चौहान व धर्मपाल चंदेला को भी टिकट देकर मैदान में उतारा है। 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पूर्व विधायक राजेश लिलोठिया को सीमा पुरी से टिकट दिया गया है।
हाजी इशराक खान आम आदमी पार्टी से वर्ष 2015 में सीलमपुर के विधायक रहे। मौजूदा समय में इस सीट से आप ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो कांग्रेस में चले गए। अब आप के प्रदेश संयोजक व मंत्री गोपाल राय को बाबरपुर सीट पर चुनौती देंगे।

कांग्रेस की 26 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट