उत्तराखंड: मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण समाप्त, महज 58.56% वोट पड़े, 2019 में हुआ था 61% मतदान
देहरादून
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान समाप्त हो गया है। सुबह लोगों ने कम उत्साह दिखाया, लेकिन शाम ढलते ही मतदान का जोश और कम होता गया। शाम 5 बजे तक 53.56% मतदान हुआ है। हालांकि पोस्टल बैलेट, 85+ उम्रदराज वोटर और दिव्यांग वोटरों को मिलाकर ये आंकड़ा थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में 61 फ़ीसदी वोटिंग के मुकाबले बेहद कम वोटिंग हुई है। सबसे ज्यादा 59.36 फीसदी मतदान नैनीताल ऊधमसिंह नगर सीट पर हुआ है।
आज सुबह से ही मतदान को लेकर सभ जिलों में उत्साह कम देखा गया। लकिन कहीं कहीं सुबह सुबह पोलिंग बूथ पर वोटरों का तांता लगना शुरू हो गया। कहीं बुजुर्ग महिलाएं, कहीं जोड़े में सजी दुल्हनें, कहीं फर्स्ट टाइम वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करने घऱों से निकले। लेकिन दोपहर बाद मतदान के प्रति लोगों की दिलचस्पी कम होती दिखी। अनेक जगहों पर वोटरों ने मतदान का बहिष्कार किया। शाम होते होते मतदान के आंकड़े में कमी देखी गई।
मतदान 11:00 तक
राज्य का कुल औसत 24.83
नैनीताल-26.46
हरिद्वार 26.47
अल्मोड़ा 22.21
टिहरी 23.23
गढ़वाल 23.43
साल 2019 का औसत 23.59
मतदान प्रतिशत 01:00 तक
राज्य का कुल औसत – 37.33
नैनीताल- 40.46
हरिद्वार – 39.41
अल्मोड़ा – 32.60
टिहरी – 35.29
गढ़वाल – 36.60
साल 2019 का औसत -36.00
मतदान प्रतिशत 03:00 तक
राज्य का कुल औसत – 45.62
नैनीताल- 49.94
हरिद्वार – 49.62
अल्मोड़ा – 38.43
टिहरी – 44.05
गढ़वाल – 42.12
साल 2019 का औसत -48.42
मतदान प्रतिशत 05:00 तक
राज्य का कुल औसत – 53.56
नैनीताल- 59.36
हरिद्वार – 59.01
अल्मोड़ा – 44.43
टिहरी – 51.01
गढ़वाल – 48.79
साल 2019 का औसत – 58.01
(सरकारी आंकड़े)