राष्ट्र निर्माण में नाहन महाविद्यालय से निकले अनमोल रत्नों की महत्वपूर्ण भूमिका-हर्षवर्धन चौहान
उद्योग मंत्री ने सम्मानित किए कॉलेज के 50 अनमोल मोती
नाहन
नाहन स्नातकोत्तर महाविधालय प्रदेश का सबसे पुराना तथा ऐतिहासिक कॉलेज है इस महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत निकले अनमोल मोती राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
यह वक्तव्य उद्योग, श्रम एवं रोजगार तथा संसदीय मामले मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज यहाँ पूर्व छात्र संघ डॉ यशवंत सिंह परमार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन द्वारा इस कॉलेज के अनमोल मोतियों के लिए आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि नाहन महाविद्यालय 1963 में आरंभ हुआ तथा यह अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण कर अपना पहला अभिनंदन समारोह का आयोजन कर रहा है। जिससे इस महाविद्यालय से निकले 50 से अधिक अनमोल रतन तथा प्राचार्यो को सम्मानित कर रहा है जिन्होंने इस विद्या के मंदिर से शिक्षा ग्रहण कर अपने अपने क्षेत्रों में उच्च स्थान हासिल कर उत्कृष्टता की नीव रखी। उन्होंने सम्मानित होने वाली विभूतियों को कड़ी मेहनत समर्पण, निस्वार्थ सेवा भाव तथा राष्ट्र निर्माण में उनके द्वारा दी गई सेवाओं के लिए बधाई दी जो अनुसरणीय है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि नाहन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वर्तमान में पूर्ण शिक्षण सुविधाएँ उपलब्ध है तथा इस कॉलेज के भवन का निर्माण पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में संपन्न हुआ है। इसमें तीन हजार से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने अमर बोर्डिंग छात्रावास में गर्ल्स पुस्तकालय का उद्घाटन किया तथा इस पुस्तकालय को विकसित करने के लिए 25 लाख रुपए की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के खेल मैदान निर्माण के लिए धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी ।
इस दौरान उद्योग मंत्री ने पूर्व छात्र संघ द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
स्थानीय विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि इस महाविद्यालय के ऑडिटोरियम तथा बहुउद्देशीय भवन के निर्माण के लिए 18 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया गया है जिसके लिए शीघ्र बजट प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने खेल मैदान के रखरखाव के लिए विधायक निधि से 10 लाख रुपये स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर अमर सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया जबकि मुख्य संरक्षक एवं प्राचार्य प्रेम राज भारद्वाज ने महाविधालय तथा पूर्व छात्र संघ की विभिन्न माँगो को मुख्यातिथि के समक्ष प्रस्तुत किया तथा उन्होंने मुख्यातिथि तथा अन्य गणमान्य अतिथियों को शाल, टोपी तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस मौक़े पर पूर्व मुख्य सचिव एस एस परमार सहित महाविद्यालय के अनमोल रत्नों ने भी अपने अनुभव सांझा किए।
कार्यक्रम के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अजय बहादुर, पूर्व छात्र संघ कार्यकारिणी के सदस्य, नगर परिषद के पार्षद राकेश गर्ग, वीरेंद्र पासी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस समिति नरेंद्र तोमर, पीटीए अध्यक्ष कमला चौहान, महाविद्यालय के प्रोफ़ेसर तथा विद्यार्थी भी उपस्थित थे।