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पंजाब सरकार ने पहले 18 महीनों में 36097 सरकारी नौकरियां देकर नया रिकार्ड कायम किया – मुख्यमंत्री

पंजाब

राज्य सरकार ने हर महीने 2000 से अधिक सरकारी नौकरियाँ दीं

मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के 249 उम्मीदवारों को सौंपे नियुक्ति पत्र

पंजाब के ‘कैप्टनों’ के निकम्मेपन के कारण नौजवानों में विदेश जाने का रुझान पैदा हुआ

पूर्व वित्त मंत्री द्वारा 9 वर्ष ‘खाली ख़जाने’ का जुमला रटने से पंजाब के नौजवानों का मनोबल टूटा

चंडीगढ़……पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले 18 महीनों में राज्य के नौजवानों को 36097 सरकारी नौकरियों देकर नया रिकार्ड कायम किया है जिससे हर महीने लगभग 2000 नौजवानों को सरकारी नौकरियां हासिल हुई हैं।

आज यहाँ सैक्टर- 35 के म्यूंसपल भवन में 249 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र बाँटने के लिए करवाए समागम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय निकाय विभाग के 191, पशु पालन विभाग के 25, सहकारिता के 24 और तकनीकी शिक्षा विभाग के 9 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे।

इस मौके पर अपने विचार सांझे करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि नौजवानों को इस बात का गर्व होना चाहिए कि आज से वह सरकार की उस टीम का हिस्सा बन गए हैं जो ‘रंगला पंजाब’ सृजित करने के लिए अथक कोशिशें कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केवल मेरिट और पारदर्शी तरीके से यह भर्ती मुहिम चला रही है और सिर्फ़ काबिल, हकदार और जरूरतमंद उम्मीदवारों को नौकरियाँ दीं जा रही हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस भर्ती मुहिम में मेरिट से बिना सिफ़ारिश या अन्य बेईमानी के लिए कोई जगह नहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि म्यूंसपल भवन का यह आडीटोरियम ऐसे अनेकों समागमों का गवाह है जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती हुए नौजवानों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से राज्य सरकार की वचनबद्धता झलकती है जो नौजवानों के हित सुरक्षित करने के लिए रोज़गार के नये आयाम कायम कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि यह सभी पद मेरिट के आधार पर भरे गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 36097 सरकारी नौकरियों देकर नया रिकार्ड कायम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले समय में किसी भी सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले महीनों में नौजवानों को इतनी बड़ी संख्या में नौकरियाँ नहीं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पिछले ‘कप्तानों’ की बुरी कारगुज़ारी के कारण राज्य के नौजवानों में विदेश जाने का रुझान पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने नौजवानों को नौकरियाँ देने की तरफ कभी भी ध्यान ही नहीं दिया जिस कारण उनको मजबूरन अन्य मुल्कों की तरफ रूख करना पड़ा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने नौजवानों को रोज़गार के मौके देकर इस नकारात्मक रुझान को रोक लगायी है।

मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुये कहा कि राज्य के एक पूर्व वित्त मंत्री ने नौ वर्षों तक ‘सरकारी ख़ज़ाना खाली’ होने की बयानबाज़ी करके पंजाब के नौजवानों का मनोबल तोड़ा। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार पंजाब के नौजवानों को हर गुज़रे दिन नौकरियां दे रही है, जिस कारण नौजवान पीढ़ी राज्य के सामाजिक- आर्थिक विकास में सक्रिय हिस्सेदार बन रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में अधिक से अधिक नौजवानों के सशक्तिकरण के लिए इस व्यापक मुहिम को और आगे बढ़ाया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, “जैसे हवाई अड्डों पर रनवे हवाई जहाज़ को सुचारू ढंग से उड़ान भरने की सुविधा देते हैं, उसी तरह राज्य सरकार नौजवानों को उनके सपनों को साकार करने में मदद कर रही है। नौजवानों के सपनों की उड़ान को पंख देने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। मैं नौजवानों को भी अपील करता हूं कि वह समाज में अपनी अलग पहचान कायम करने के लिए हर संभव यत्न करें जिससे अपनी मनचाही मंजिलें हासिल कर सकें।“

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को मुकाबले की परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण देने के लिए अव्वल दर्जे के आठ प्रशिक्षण सैंटर खोल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह केंद्र नौजवानों को यू. पी. एस. सी. की परीक्षा पास करने और राज्य और देश में प्रतिष्ठित पदों पर सेवा निभाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य नौजवानों को उच्च पदों पर बैठ कर देश की सेवा करना यकीनी बनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह नौजवान सरकार का अटूट अंग बन चुके हैं और उनको मिशनरी जज़बे के साथ लोगों की सेवा करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जतायी कि नये भर्ती हुए नौजवान अपनी कलम का प्रयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षा क्रांति के युग की शुरुआत करते हुये पंजाब सरकार बुधवार को राज्य में ‘स्कूल आफ एमिनेंस’ शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थापित किया गया पहला ऐसा हाई-टेक स्कूल 13 सितम्बर को लोगों को समर्पित किया जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह अत्याधुनिक स्कूल विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने में आदर्श माडल बन कर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह अच्छे कोच बढ़िया खिलाड़ी पैदा करते हैं, उसी तरह अच्छा अध्यापक भविष्य के लिए होनहार विद्यार्थियों को तैयार करने में सहायक होता है जिस कारण अध्यापकों को विदेशों और अन्य स्थानों पर प्रशिक्षण के लिए भेजने को यकीनी बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रिंसिपलों/ अध्यापकों के प्रतिनिधिमंडल सिंगापुर, अहमदाबाद और अन्य में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए उनकी महारत को बढ़ाने के लिए भेजे गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करवाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी जिससे वह कान्वेंट स्कूलों में अपने साथियों का मुकाबला कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बढ़िया स्वास्थ्य सहूलतें प्रदान करने के लिए सरकार ने राज्य भर में 664 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों ने राज्य में स्वास्थ्य संभाल क्षेत्र में क्रांति लाई है क्योंकि इन क्लीनिकों में रोज़मर्रा के आने वाले 95 प्रतिशत से अधिक मरीज़ अपनी बीमारियों से ठीक हो जाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आम आदमी क्लीनिक पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की कायाकल्प में मील पत्थर साबित हो रहे हैं क्योंकि अब तक 50 लाख से अधिक मरीजों को मुफ़्त दवाएँ, जांच और क्लिनीकल टैस्टों की सुविधा प्रदान की जा चुकी है।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह और गुरमीत सिंह खुड्डियां के इलावा मिल्कफैड के चेयरमैन नरेंद्र सिंह शेरगिल्ल सहित अन्य भी उपस्थित थे।

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