मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से की शिष्टाचार भेंट।
दिल्ली/उत्तराखंड
*मई माह में देहरादून में आयोजित होने वाले मिलेट महोत्सव में उत्तराखंड आने का दिया निमंत्रण।*
*केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी को भी किया आमंत्रित, हल्द्वानी आयेंगे कृषि राज्यमंत्री*
नई दिल्ली
प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी से भेंट की। मुलाकात के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को “अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष” के रूप मे मनाया जा रहा है। मिलेट फसले उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनमानस के प्रमुख आहारो में प्राचीनकाल से समहित है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा राज्य मिलेट मिशन वर्ष 2023-24 से संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को अवगत कराया कि मिलेट मिशन के अंतर्गत प्रदेश सरकार द्वारा मिलेट फसलों को प्रोत्साहन तथा आमजनमानस के बीच इनकी खपत को बढ़ाने हेतु 13-14 मई, 2023 को एक भव्य मिलेट महोत्सव का आयोजन देहरादून में वृहद स्तर पर किया जा रहा है। मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मिलेट महोत्सव मे मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड में आने निमंत्रण भी दिया। जिसपर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सकारात्मक आश्वासन देते हुए मिलेट महोत्सव में उत्तराखंड आने का भरोसा दिलाया।
इसके साथ ही कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भारत सरकार द्वारा मिलेट मंडवे का एमएसपी तय किया जाने और मण्डुवा 01 किलोग्राम प्रति माह की दर से सार्वजनिक वितरण प्रणाली में प्रदेश सरकार को अनुमति प्रदान करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार व्यक्त किया।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी से हल्द्वानी में आयोजित होने वाले मिलेट महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया। जिस पर कृषि राज्यमंत्री ने हामी भरी है। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी 29 मई को हल्द्वानी आयेंगे।
इस अवसर पर कृषि विभाग उत्तराखंड के उप निदेशक अभय सक्सेना सहित कृषि मंत्रालय के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।