मुख्यमंत्री द्वारा शहीद भगत सिंह युवा अवार्ड फिर शुरू करने और महान शहीद के नाम पर चेयर स्थापित करने का ऐलान
पंजाब
मुख्यमंत्री द्वारा शहीद भगत सिंह युवा अवार्ड फिर शुरू करने और महान शहीद के नाम पर चेयर स्थापित करने का ऐलान
लोगों को विदेश न जाने का प्रण लेने का न्योता
शहीद भगत सिंह के सपने पूरे करने के लिए उत्साह से काम करने का न्योता
मोहाली में अंतर-राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नज़दीक शहीद भगत सिंह की 5-डी प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान
खटकड़ कलाँ में शहीद भगत सिंह की जन्म वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय समागम की अध्यक्षता की
खटकड़ कलाँ ( शहीद भगत सिंह नगर)……..शहीद भगत सिंह की जन्म वर्षगांठ के मौके पर पंजाब निवासियों को बड़ा तोहफ़ा देते हुये मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज शहीद भगत सिंह युवा अवार्ड फिर शुरू करने और गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी में महान शहीद के नाम पर चेयर स्थापित करने का ऐलान किया है।
शहीद भगत सिंह की जन्म वर्षगांठ के मौके पर यहाँ हुए राज्य स्तरीय समागम को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवार्ड हरेक साल अलग-अलग क्षेत्रों में विलक्षण योगदान डालने वाले 46 नौजवानों को दिया जाया करेगा। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड जीतने वाले नौजवान को प्रशंसा पत्र के इलावा 51000 रुपए का नगद इनाम दिया जायेगा। भगवंत मान ने दुख ज़ाहिर करते हुये कहा कि यह अवार्ड पिछले सात सालों से बंद पड़े थे परन्तु अब इसको बहाल कर दिया गया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक और ऐलान करते हुये कहा कि राज्य सरकार गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर में शहीद भगत सिंह के नाम पर चेयर स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यह चेयर शहीद भगत के जीवन और विचारधारा पर खोज करने की जि़म्मेदारी निभाएगी। भगवंत मान ने कहा कि यह चेयर आने वाली पीढिय़ों को देश सेवा के लिए प्रेरित करेगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों को यह प्रण करने का न्योता दिया कि वह अच्छे अवसरों की तलाश में अपना वतन छोड़ कर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि बेहतर जि़ंदगी की खोज में देश छोड़ कर जाने की बजाय यहाँ ही शासन प्रणाली को सुधारेंगे। भगवंत मान ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार पंजाब की पुरातन शान बहाल करने के लिए पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद- ए- आज़म के सपने अभी भी साकार नहीं हुए क्योंकि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और गरीबी की जड़ें अभी भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जो भी शासक बर्तानवी हकूमत के बाद सत्ता में आए हैं, उन्होंने विदेशी हाकिमों से भी अधिक बेरहमी से मुल्क को लूटा। भगवंत मान ने कहा कि जब वह कुछेक बुज़ुर्ग के मुँह से यह बात सुनते हैं कि अब की अपेक्षा तो बर्तानवी हकूमत ही अच्छी थी तो उनके मन को ठेस पहुँचती है। उन्होंने कहा कि इस धारणा को बदलने की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने लोगों को न्योता दिया कि भारत को प्रथम मुल्क बनाने के लिए जाति, रंग और नसल की तंग धारणाओं से ऊपर उठने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि यह कोशिशें ही शहीद भगत सिंह और अन्य आज़ादी संग्रामियों को सच्ची श्रद्धाँजलि होगी जिन्होंने मातृ-भूमि की ख़ातिर जीवन न्यौछावर कर दिया। भगवंत मान ने नौजवानों को भी शहीद भगत सिंह के सपने साकार करने के लिए आगे आने का न्योता दिया।
मुख्यमंत्री ने दुख ज़ाहिर करते हुये कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आजकल कुछ लोग शहीदों के बलिदानों पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी मातृ-भूमि के लिए महान शहीदों के योगदान पर कोई सवाल उठाने का हक नहीं है। भगवंत मान ने लोगों को याद करवाया कि जब हमारे महान राष्ट्रीय नायक और शहीद बर्तानवी हकूमत के जबर का सामना कर रहे थे तो कुछ गद्दार साम्यवादी ताकतों के हक में खड़े थे और ऐसे लोगों को अब कोई याद नहीं करता।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार मोहाली में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नज़दीक शहीद भगत सिंह की 5-डी प्रतिमा स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यह अत्याधुनिक प्रतिमा नौजवान पीढ़ी को देश सेवा के लिए प्रेरित करेगी। भगवंत मान ने नौजवानों को अधिक से अधिक किताबें पढऩे के लिए कहा जिससे देश को पेश चुनौतियों के बारे जानकारी हासिल की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब 23 वर्षों का नौजवान अपने माता-पिता से मोटरसाईकल की माँग करता है तो शहीद भगत सिंह उस उम्र में मुल्क को बर्तानवी हाकिमों से आज़ाद करवाने की माँग करते थे। उन्होंने कहा कि नौजवानों को अधिक से अधिक किताबें पढ़ कर सोच का दायरा विशाल करना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि इससे महान शहीद के सपने साकार करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने याद करते हुये कहा कि उनके जीवन में दो दिन महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि एक 28 दिसंबर का दिन है जब उन्होंने समकालीन लोक सभा स्पीकर सुमित्ता महाजन के समक्ष मामला उठाया था तो उसके बाद गुरू गोबिन्द सिंह जी के छोटे साहिबज़ादों को उनके शहीदी दिवस के मौके पर लोक सभा में श्रद्धाँजलि भेंट की गई थी। दूसरा महत्वपूर्ण दिन आज है जब शहीद भगत सिंह के नाम पर मोहाली हवाई अड्डे का नाम रखा गया। भगवंत मान ने कहा कि यह दोनों दिन उनकी जि़ंदगी के महत्वपूर्ण दिन हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शहीद भगत सिंह और शहीद सुखदेव के वारिसों को सम्मानित किया।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा और अनमोल गगन मान, पंजाब विधान सभा के डिप्टी स्पीकर जय किशन रोड़ी, विधायक संतोष कटारिया और जसविन्दर सिंह और पंजाब एग्रो के चेयरमैन मंगल सिंह और अन्य उपस्थित थे।
इस मौके पर उपस्थित शख़्सियतों में मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, ए. डी. जी. पी. पी. के. सिन्हा, कमिशनर सुमेर सिंह गुर्जर, आई. जी. एस. पी. एस. परमार, डिप्टी कमिशनर नवजोत पाल रंधावा और एस. एस. पी. भगीरथ मीना शामिल थे।