विजीलैंस ब्यूरो ने बरख़ास्त इंस्पेक्टर परमिन्दर बाजवा की तरफ से टैक्सी ड्राइवर से ज़ब्त किए 86 लाख रुपए मे से 30 लाख रुपए किये बरामद
पंजाब
चंडीगढ़
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज बरख़ास्त पुलिस इंस्पेक्टर परमिन्दर सिंह बाजवा से उसके ससुराल घर मुक्तसर जिले के गाँव संमे वाली में छिपा कर रखे 30 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के वक्ता ने बताया कि भगौड़े इंस्पेक्टर बाजवा को 22 सतम्बर को पंजाब पुलिस और विजीलैंस ब्यूरो के सांझे आपरेशन के दौरान राजस्थान के झालागड़ जिले के रायपुर कस्बे से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद फ़िरोज़पुर की अदालत की तरफ से उसका चार दिन का पुलिस रिमांड देने के बाद विजीलैंस ब्यूरो उससे पूछताछ कर रही है।
और ज्यादा जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भंवर लाल निवासी परिक बास, थाना कालू, बीकानेर, राजस्थान ने 20 जुलाई 2022 को पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी कि लुधियाना में रहते उसके भाई अशोक जोशी ने अपने गौतम नामक कर्मचारी को टैक्सी ड्राइवर कवलजीत सिंह के द्वारा मोगा से 86 लाख रुपए की अदायगी लेने भेजा था। परन्तु उस दिन उक्त इंस्पेक्टर बाजवा ( 348/ फिरोजपुर) ने सहायक सब- इंस्पेक्टर अंग्रेज सिंह ( 145/ फिरोजपुर) और राजपाल सिंह ( 1235/ फिरोजपुर) और हवलदार जोगिन्द्र सिंह ( 145/ फिरोजपुर) के साथ मिलकर उक्त टैक्सी को रोक कर उसके भाई के कर्मचारी और टैक्सी चालक से सारी रकम यानी 86 लक्ख रुपए ज़ब्त कर लिए।
उन्होंने बताया कि उक्त रकम का दुरुपयोग करने के लिए उपरोक्त पुलिस मुलाजिमों ने कर्मचारी गौतम और टैक्सी ड्राइवर से 1 किलो हेरोइन और 5 लाख रुपए की ड्रग मनी की बरामदगी दिखाते हुए थाना फ़िरोज़पुर छावनी में एन. डी. पी. एस एक्ट के अंतर्गत झूठा केस दर्ज कर दिया। उन्होंने बताया कि शिकायत पर तुरंत कार्यवाही करते हुए पंजाब पुलिस ने उपरोक्त सभी पुलिस मुलाजिमों के ख़िलाफ़ अलग केस दर्ज करके ए. ऐस्स. आई. अंग्रेज सिंह और राजपाल सिंह और हवलदार जोगिन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया जो कि अब जेल में बंद हैं।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस के बाद यह केस विजीलैंस ब्यूरो को तबदील कर दिया गया और भगौड़े दोषी इंस्पेक्टर बाजवा को गिरफ्तार कर लिया जो अब पुलिस रिमांड पर विजीलैंस की गिरफ्त में है। उन्होंने बताया कि इस माममामले की आगे जांच जारी है।
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