मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में भ्रष्ट-तंत्र से एक-एक पैसा वसूलने का ऐलान
पंजाब
किसी भी भ्रष्टाचारी को बक्शा नहीं जायेगा, चाहे वह किसी भी प्रभावशाली राजनैतिक पार्टी में क्यों न शामिल हो गया हो
सिर्फ सरकार की आलोचना करने के मकसद से ही आलोचना किए जाने पर विरोधियों को आड़े हाथों लिया
राज्य के खज़ाने को बेरहमी से लूटने वाले राजनीतिज्ञ भयभीत होकर अब अदालतों का दरवाजा खटखटा रहे हैं
पिछली सरकारों ने प्राइवेट लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के सरकारी ढांचे को तहस-नहस किया
महिलाओं के लिए 1000 रुपए की वित्तीय सहायता की चुनाव गारंटी भी जल्द लागू होगी
चंडीगढ़……… भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबे होने के लिए विरोधियों की आलोचना करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा की भ्रष्ट राजनीतिज्ञों और अफसरशाही के गठजोड़ से लोगों का लुटा हुआ एक-एक पैसा वसूला जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं इस अज़ीम सदन में प्रण लेता हूं कि भ्रष्ट राजनीतिज्ञ चाहे किसी भी बड़ी या छोटी राजनैतिक पार्टी में शामिल हो जाएं परन्तु मेरी सरकार उनकी तरफ से पंजाब और पंजाबियों के विरुद्ध किये पाप कभी भी माफ नहीं करेगी।’’
वित्त मंत्री हरपाल चीमा द्वारा पेश किये बजट पर हुयी बहस को समेटते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसने लोगों का पैसा लुटा हो, को उसकी कीमत उठानी पड़ेगी और राज्य सरकार ऐसे लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डालने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। महाराजा रणजीत सिंह की बरसी के मौके पर उनको याद करते हुये भगवंत मान ने कहा की राज्य सरकार लोगों को साफ-सुथरा, पारदर्शी और प्रभावी प्रशासन मुहैया करवा कर महाराजा रणजीत सिंह के नक्श-ए कदम पर चलेगी। उन्होंने कहा कि बेनामी जायदाद और इसके पीछे भ्रष्ट तंत्र का लोगों के सामने पर्दाफाश किया जायेगा जिससे बाकी लोग ऐसी गैर-कानूनी गतिविधियों का हिस्सा बनने से पहले 100 बार सोचें।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन लोगों ने बेरहमी से लोगों का पैसा लुटा, वह लोग अब अपने किये गुनाहों की सजा से बचने के लिए पनाह ढूंढते फिरते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में जिन राजनीतिज्ञों के नाम तक नहीं आए, वह राजनीतिज्ञ भी शरण लेने के लिए कोशिशें कर रहे हैं, जो उनके मन में किये गए गुनाहों के खौफ को दर्शाता है। भगवंत मान ने सदन को भरोसा दिलाया कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा और इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी, चाहे वह किसी भी प्रभावशाली पार्टी में क्यों न शामिल हो गए हों।
लोगों के साथ सलाह-मशवरे के बाद वित्त मंत्री की तरफ से तैयार किये जन हितैषी बजट की सराहना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट से विरोधी पक्ष अजीबोगरीब स्थिति में फंस गया है क्योंकि उनको इस बजट में कोई भी कमी ढूंढने के लिए माथापच्ची करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों ने उनकी टीम को भारी जनादेश दिया है जिससे उस लक्ष्य को हासिल किया जायेगा जो पिछले 75 सालों में छुआ नहीं गया। भगवंत मान ने कहा की शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को पहली बार इस बजट में सबसे अधिक प्राथमिकता दी गई है।
मुख्यमंत्री ने अफसोस प्रकट किया कि पिछली सरकारों ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में प्राइवेट क्षेत्र को लाभ देने के लिए सरकारी शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि इन दोनों मुख्य क्षेत्रों में सरकारी बुनियादी ढाँचे के नवीनीकरण के द्वारा इस रुझान को उनकी सरकार आगामी सालों में बदल देगी। भगवंत मान ने कहा कि जिन्होंने सरकारी स्कूलों और सरकारी अस्पतालों को तबाह कर दिया, उनको लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि उनकी चुनाव गारंटियों में से एक सब से बड़ी चुनाव गारंटी महिलाओं को एक हजार रुपए प्रति महीना की वित्तीय मदद जल्द दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही स्रोत जुटाने की कवायद शुरू कर दी है और यह कवायद पूरी होने के बाद जल्द ही इस गारंटी को पूरा किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि सरकार राज्य के लोगों को दी हर गारंटी को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्प है।
राज्य में से राज्य सभा सदस्यों के चुनाव संबंधी प्रोपेगंडा करने पर विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुये मुख्यमंत्री ने विरोधी पक्ष के सदस्यों को याद करवाया कि राज्य में से राज्य सभा में ऐसा कोई मैंबर नहीं गया, जिसको लोगों ने नकारा हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले ही रिवायत रही है कि जिस नेता को लोग चुनाव में हरा देते थे, उसे ‘राजनैतिक शरणार्थी’ के तौर पर ऊपरी सदन में भेज दिया जाता था। भगवंत मान ने कहा कि जो राज्य सभा सदस्यों के चुनाव पर सवाल उठा रहे हैं, उनको याद रखना चाहिए कि पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पंजाब से सम्बन्धित होने के बावजूद असाम और राजस्थान से राज्य सभा मैंबर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने जीवन के भावुक पलों को याद करते हुये कहा कि उन्होंने राज्य के गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा के लिए एक कलाकार के तौर पर अपना शानदार कॅरियर छोड़ा था। भगवंत मान ने मिशनरी उत्साह के साथ राज्य के लोगों की सेवा का प्रण दोहराते हुये कहा कि वह तब तक चैन के साथ नहीं बैठेंगे, जब तक कोई भी पेट भूखा है। उन्होंने कहा कि निजाम में तबदीली लाने के लिए एक मौका ही काफी होता है और यह तबदीली जल्दी जमीनी स्तर पर नजर आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट पंजाब को विकास और प्रगति की तरफ ले जायेगा क्योंकि राज्य के लोगों ने उन राजनैतिक पार्टियों को एक तरफ कर दिया है, जो हर पांच सालों बाद सत्ता में आकर आम लोगों को लुटती थीं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को लोगों ने राज्य की सेवा करने का मौका दिया है और वह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए सख्त मेहनत करेंगे। भगवंत मान ने विरोधी पक्ष को कहा कि वह हर काम में नुक्ताचीनी करने से गुरेज करें और उनको पंजाब की भलायी के लिए काम करने दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राजस्व पैदा करने और कर्ज घटाने के लिए अथक यत्न कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के पैसे की लूट को रोकेगी और इसका प्रयोग लोगों की भलायी के लिए करेगी। भगवंत मान ने कहा कि एक-एक पैसा राज्य के विकास और लोगों की खुशहाली के लिए खर्चा जायेगा।